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Storybook paragraphs containing word (4)
"पिशि दुखी थी। कल तक वह अंडमान निकोबार के तट से दूर, मैंटा रे मछलियों के समूह का हिस्सा थी। वह हिन्द महासागर की सुन्दर लहरों के बीच भर पेट खाना खाती और मज़े से रहती थी।"
पिशि फँसी तूफ़ान में
"प्रिय पाठक, क्या आपको मालूम है कि प्राचीन काल के संस्कृत साहित्य में हिन्द महासागर को ‘रत्नाकर’ कहा जाता था? रत्नाकर यानि हीरे जवाहरात की खान। मैंटा रे मछलियाँ अक्सर सफ़ाई के ठिकानों पर जाया करती हैं। सफ़ाई के ठिकानों को कुदरत का अस्पताल कहा जा सकता है। यहीं एंजेल फ़िश जैसी छोटी मछलियाँ मैंटा रे के गलफड़ों के अन्दर और खाल के ऊपर तैरती हैं। वे क्लीनर फ़िश कहलाती हैं क्योंकि वे मैंटा रे के ऊपर मौजूद परजीवियों व मृत खाल को खा कर उसकी सफ़ाई करती हैं। मैंटा रे मछलियाँ विशाल होने के बावजूद बहुत कोमल स्वभाव की होती हैं। बड़ी शार्क, व्हेल मछलियाँ व मनुष्य उनका शिकार करते हैं।"
पिशि फँसी तूफ़ान में
"अरे बाप रे बाप! एक बड़ा सा कुत्ता उसकी पूँछ देखकर उसे बिल्ली समझ उसकी ओर दौड़ता चला आ रहा था!"
चुलबुल की पूँछ
"“हाय रे मेरी पूँछ जल गयी!”"
काका और मुन्नी