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Storybook paragraphs containing word (38)
"एक राजा था। वह बहुत मोटा था।"
एक था मोटा राजा
"उस मोटे राजा के पास एक पतला कुत्ता था। एक दिन मोटा राजा और उसका पतला कुत्ता सैर करने गए।"
एक था मोटा राजा
"आखिरकार राजा ने कुत्ते को पकड़ ही लिया।"
एक था मोटा राजा
"दौड़ दौड़ कर मोटा राजा भी कुत्ते की तरह पतला हो गया।"
एक था मोटा राजा
"विश्व के सबसे पहले एनसाइक्लोपीडिया, “अभिलाषितार्थ चिंतामणि” या मनासोललास जिसे राजा सोमेश्वर ने 12 सदी में लिखा था, के अनुसार उस समय में पूरी जैसी कोई चीज बनाई जाती थी जिसे पहालिका कहा जाता था तो पूरी कम से कम 800 साल पुरानी है।"
पूरी क्यों फूलती है?
"मुत्तज्जी मुस्कराई, "देखो, मैं इतना जानती हूँ कि मेरे पैदा होने से करीब 5 साल पहले, हिन्दुस्तान भर के महाराजा और महारानियों के लिए दिल्ली में हुई दावत में हमारे महाराजा भी गए थे। एक अंग्रेज राजा और रानी भारत आए थे और तब हमारे महाराजा को सोने का तमगा मिला था।""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""ओह! दावत! फिर तो वहाँ बहुत सारे केक रहे होंगे!" पुट्टी बोली। "वह कौन से राजा थे, मुत्तज्जी? अगर आप को यह पता हो तो हम जान सकते है कि वह यहाँ कब आए थे। फिर उसमे 5 जोड़ देने से पता चल जाएगा कि आप कब पैदा हुईं थीं।""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""शायद इससे तुम्हें कुछ मदद मिले, बच्चों," अज्जी बोलीं। वह सब के लिए मुत्तज्जी की मनपसंद सेवईं की खीर से भरी कटोरियाँ लेकर आईं थीं। "के आर एस का मतलब है कृष्ण राजा सागर बांध, और उसके पास में ही हैं वृन्दावन गार्डन्स। याद है न, हम पिछले साल वहाँ संगीत की धुन के साथ चलने वाले फव्वारे देखने गए थे?""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""यह तय करने के लिये," पुट्टा बोला, "हमें पता लगाना होगा कि दिल्ली में राजा ओर रानियों की जो शाही दावत हुई थी, और जो मुत्तज्जी के पैदा होने से 5 साल पहले हुई थी, वो 1911** के आसपास हुई या नहीं।""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""अज्जा, क्या 1911 के आस-पास कोई विदेशी राजा भारत आया था? ...और उसके लिए एक शाही दावत हुई थी?""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""मुत्तज्जी!" हाँफते -भागते दोनों सीधे मुत्तज्जी के कमरे मे घुस गए। "क्या मैसूर के महाराजा को ब्रिटेन के राजा जॉर्ज (पंचम) ने सोने का तमगा दिया था?""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
"बांध जिसने कावेरी को बांधा (1932) – दक्षिणी कर्नाटक और तमिलनाडू में कावेरी नदी बहती है। इस नदी की वजह से पूरा मैसूर बहुत उपजाऊ था। लेकिन, दूसरी नदियों की तरह, मानसून के दौरान, इसमे बाढ़ आ जाती थी और गर्मी के समय, यह सूख जाती थी। लेकिन इस नदी के उपर एक बांध बनने के साथ ही एक जबर्दस्त बदलाव आ गया। और कृष्ण राजा सागर (के आर एस) रिसर्वोयर का निर्माण हुआ। आज भी इसी रिसर्वोयर से पूरे बंगलोर शहर को पीने का पानी मिलता है।"
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
"आज सुबह रज़ा और उसके अब्बा, फ़तेहपुर सीकरी के महल जा रहे थे। बादशाह के गर्मी के मौसम के अंगरखे उन्हें दिखलाने थे। कपड़ों के मामले में राजा साहब काफ़ी नखरैले थे। रहमत खान ने बड़ी मेहनत से अंगरखे बनाये थे-देर रात तक कटाई और सिलाई करी थी। रज़ा ने भी उनका हाथ बँटाया था-सबसे बारीक सुईं और बेहतरीन रेशम के धागे से महीन टाँके लगाये थे।"
रज़ा और बादशाह
"रहमत ने अकबर को एक स़फेद अंगरखा पहनने में मदद करी। धनी सिंह एक बड़ा-सा आईना ले आये और राजा के सामने लेकर खड़े हो गये।"
रज़ा और बादशाह
"वह साँस रोके खड़ा रहा। उसने देखा कि धनी सिंह मुस्करा रहे हैं-शायद उन्हें यह देख कर हँसी आ रही थी कि राजा साहब ने उनकी पगड़ी का पटका बना दिया था!"
रज़ा और बादशाह
"इतिहास के कुछ रोचक तथ्य 1. रज़ा, बादशाह अकबर के शासनकाल में अब से 400 साल पहले रहता था। अकबर मुग़ल राजवंश का सबसे महान राजा था। वह एक प्रसिद्ध योद्धा भी था। उसे नये नमूनों के कपड़े पहनने का बहुत शौक़ था। वह पतंगबाज़ी और आम खाने का भी शौकीन था। 2. बाबर, मुग़ल राजवंश का संस्थापक, काबुल का राजा था। उसने 1526 में भारत पर आक्रमण किया और दिल्ली के सुल्तान इब्राहीम लोदी को पानीपत की लड़ाई में हरा दिया। अकबर, बाबर का पोता था। वह भी एक बड़ा कामयाब सेनापति था और अपने 49 साल के शासन काल में एक भी लड़ाई नहीं हारा।"
रज़ा और बादशाह
"कोट्टवी राजा को नींद आ रही थी। उनका मंत्रीमंडल किसी जटिल समस्या पर चर्चा कर रहा था और राजा ऊब गए थे।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"राजा नल्लन अच्छे राजा थे। मगर हाल में, दिन के समय जागे रहना उनके लिए बड़ा मुश्किल हो रहा था। दिन भर राजदरबार में जम्हाईयाँ लेते रहते थे। इसीलिए लोगों ने उन्हें कोट्टवी राजा बुलाना शुरू किया, क्योंकि तमिल भाषा में जम्हाई को कोट्टवी कहते हैं।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"अगले दिन सभा में, कोट्टवी राजा ने पूछा, “मुख्य मंत्रीजी, आप क्या करते हैं जब आपको रात में नींद नहीं आती?”"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"कोट्टवी राजा ने सोचा, इतनी सारी चीज़ें हैं करके देखने को।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"घी के साथ गरम चावल, गरमा गरम साम्बर, तले हुए आलू, जिमीकंद और खसखस की खीर। और इस सब को ढंग से पचाने के लिए, ठंडी छाछ। इस आशा में कि वो रात को अच्छी नींद सो पाएंगे, राजा ने हर चीज़ को दो - दो बार खाया।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"आधा सोया हुआ रसोइया जल्दी से तैयार होकर राजा के पास दौड़़ा।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"कोट्टवी राजा ने एक ही सांस में उसे पी लिया। ओह! पेट कितना भर गया! उठना नामुमकिन, हिलना नामुमकिन और लेट कर सो जाना तो बिलकुल ही नामुमकिन।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"“हमारे लिए नीलाम्बरी बजाई जाए!” हुकम दिया राजा ने।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"रात की शान्ति में उस मधुर धुन को सुनने में क्या आनंद आ रहा था। कोट्टवी राजा को चैन मिला। आहा परमानंद!"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"दोबारा संगीत शुरू हुआ। मगर एक के बाद एक, सभी उनिंदा कलाकार स्वर से हटते गए और गलत धुन बजाते रहे। बेसुरों की भरमार थी। निद्रा देवी उन्हें सुनते ही वहाँ से भाग निकलीं! और राजा फिर पूरी तरह जागे हुए, बहुत नाराज़ हुए।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"“हमें कोई कहानी सुनाई जाये!” आदेश दिया राजा ने।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"विदूषक ने एक लम्बी, उब्काऊ सी कहानी शुरू की, इस उम्मीद से कि राजा उसे सुनते ही सो जायेंगे। आह, मगर हमारे राजा को चैन कहाँ था। बेचैन होकर पूछते रहे, “हाँ हाँ, वो तो ठीक है, मगर कहानी ख़तम कैसे होती है?”"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"वो चांदनी में चलते रहे, और पंछियों की धीमी चहक में राज महल के बड़े से बगीचे की परिक्रमा करते रहे। राजा को बड़ी शांति की अनुभूति हुई और उन्होंने सोचा, “आहा! यही समय है लौट कर सोने का।”"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"रानी ने मामले को अपने हाथों में लिया। उन्होंने दूध का एक छोटा गिलास मंगवाया, और मालिश वाले से राजा के पाँव भी दबवाए। कुछ ही देर में निद्रा देवी ने आकर आशीर्वाद दिया। आख़िरकार राजमहल में उस रात को शांति छा गई।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"हर दिन इसी तरह कार्यक्रम चलता रहा। वक़्त के साथ, कोट्टवी राजा थोड़़ा और जल्दी सोने लगे। दो हफ्ते में, उन्होंने देखा कि दूसरे गिलास दूध के साथ ही उन्हें नींद आ जाती थी। उसके कुछ हफ्ते बाद, सैर के तुरंत बाद सोने लगे वो। एक महीने बाद, विदूषक की कहानी ने सुला दिया राजा को।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"मगर इधर रसोईए, संगीतकार, विदूषक, मालिश वाले और रानी का क्या हाल हुआ? वो रात भर सेवा में तत्पर रहे, उन्हें कभी यह नहीं पता होता था कि कब राजा जाग जाएँ और उन्हें बुला बैठें। और अब ये सब लोग दिन भर थके और चिड़़चिड़़े रहने लगे। वही हाल उनका भी था जो उनका इंतज़ार करते थे- रसोइए की बीवी, संगीतकार का बेटा, विदूषक का भाई, मालिश वाले के पिताजी, रानी की परिचारिका, परिचारिका का पति, पति का भाई, भाई का दोस्त, दोस्त के माँ - बाप... सारा शहर।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"और उस दिन के बाद से, वो हर रात कोट्टवी राजा के देश में हर एक को अपना आशीर्वाद देती रहीं। सभी लोग चैन से रात में सोते रहे।"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"कुछ दिनों बाद उस जंगल के राजा को पड़ोसी जंगल के राजा के साथ ज़रूरी काम पड़ा। उनकी बातचीत तुरंत होनी ज़रूरी थी। लेकिन राजा को फुर्सत नहीं मिल रही थी। और कामों में उलझे होने के कारण उसके लिये पड़ोसी राज्य जाना संभव नहीं था।"
कछुआ और खरगोश
"अतः राजा ने खरगोश और कछुए को अपना प्रतिनिधि बनाकर वहाँ भेजने की सोची।"
कछुआ और खरगोश
"अगले दिन तड़के दोनों तैयार हो गये। राजा का संदेश लेकर दोनों निकल पड़े। खरगोश अपनी पीठ पर कछुए को बिठाकर तेज़ी से दौड़ा।"
कछुआ और खरगोश
"इस तरह दोनों साथ मिलकर बहुत जल्दी अपनी मंज़िल तक पहुँच गये। उस राजा से बातचीत करके वापस लौटे।"
कछुआ और खरगोश
"जितना समय उनके राजा ने दिया था उससे पहले ही दोनों ने अपना काम कर दिखाया।"
कछुआ और खरगोश