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Storybook paragraphs containing word (83)
"और आप सब भी ऐसा कर सकते हैं!"
गप्पू नाच नहीं सकती
"मकान बनाने के लिए, कई सामान चाहिए होते हैं। जहाँ आप को मकान बनाना हो, वहीं उसे बनाने के सामान भी मिल जाते हैं।"
सबसे अच्छा घर
"मकान बनाने से पहले आपको पता होना चाहिए कि आप को उस में क्या खूबी चाहिए।"
सबसे अच्छा घर
"इग्लू: क्या आप सोच सकते हैं कि बर्फ़ की बड़ी-बड़ी ईंटों से बने इग्लू बाहर बर्फ़ जमी होने पर भी अंदर से गर्म रहते हैं? जब बाहर का तापमान -40 डिग्री सेंटिग्रेड होता है तो लोग इग्लू के अंदर आराम से रहते हैं। इन्हें आप कनाडा के ध्रुवीय इलाकों और ग्रीनलैंड के थूले द्वीप में देख सकते हैं।"
सबसे अच्छा घर
"इसकी वजह यह है कि इस आटे में कुछ है जिसे बहुत प्यास लगी है! आप को जब प्यास लगती है तो आप क्या करते हैं? आप पानी पीते हैं।"
पूरी क्यों फूलती है?
"कभी-कभी खेलते समय आप भी एक दूसरे का हाथ पकड़ कर एक क़तार बनाते हैं और फिर वह पूरी क़तार ही एक साथ चलती है। उसी तरह कण भी एक दूसरे के साथ चिपक कर एक नेटवर्क सा बना लेते हैं।"
पूरी क्यों फूलती है?
"अब फिर इसे एक बड़े बर्तन में रख देते है अब बर्तन के अंदर रखे गूँधे आटे पर इतना पानी डालते है जिससे वो उसमे डूब जाए। पानी के अंदर डूबे आटे को गूँधते रहते है जब तक पानी का रंग सफ़ेद नहीं हो जाता। इस पानी को फैक कर बर्तन में थोड़ा और ताजा पानी लेते है इसे तब तक करते रहे जब तक गुँधे आटे को और गूंधने से पानी सफ़ेद नहीं होता। इसका मतलब यह है कि आटे का सारा स्टार्च खत्म हो गया है और उसमें बस ग्लूटेन ही बचा है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि स्टार्च पानी में घुल जाता है लेकिन ग्लूटेन नहीं घुलता। अब इस बचे हुए आटे यानि ग्लूटेन से थोड़ा सा आटा लेते है इसे हम एक रबड़बैंड कि तरह खीच सकते है। अगर इसे खीच कर छोड़ते है तो यह वापस पहले जैसा हो जाता है। इससे इसके लचीलेपन का पता चलता है आप इसे चोड़ाई में फैला सकते है इससे पता चलता है कि इसमें कितनी प्लाटीसिटी है।"
पूरी क्यों फूलती है?
"क्या आप जानते है?"
मधुमक्खियाँ क्यों भन-भन करती हैं?
"2. मधुमक्खियों से जुड़ी एक मजेदार बात आपको बताते है, नन्ही मधुमक्खी के दिमाग की तरह काम करते समय इनका दिमाग बूढ़ा नहीं होता, वो बस किसी नन्ही मधुमक्खी के दिमाग की तरह काम करने लगता है अब आप भी चाहते है न एक मधुमक्खी बनना !"
मधुमक्खियाँ क्यों भन-भन करती हैं?
"1. मधुमक्खी नाच कर, छत्ते में रहने वाली बाकी मधुमक्खीयों को यह बताती है कि शहद कहाँ मिलेगा तो आप भी कोशिश कीजिये नाच कर कुछ बताने की और देखिये कि क्या आपके दोस्त आपकी बातों को समझ पाते है या नहीं!"
मधुमक्खियाँ क्यों भन-भन करती हैं?
"3. छत्ता यानि मधुमखियों का घर जैसे इंजीनियरिंग की एक मिसाल होता है! आप को क्या लगता है! छाते की तरह बेहतरीन षट्कोन (हेक्सागोनस) बनाने कि मदद से इसके मॉडल्स बनाइये! 4. तब शायद आपको इसका जवाब मिल जाए और तब आप समझ जाएंगे की अलग अलग फूलों के रस से बने शहद का स्वाद भी एकदम अलग अलग होता है!"
मधुमक्खियाँ क्यों भन-भन करती हैं?
"क्या आप जानते हैं?"
हवाई जहाज़ कैसे उड़ते हैं?
""आपको जन्मदिन मुबारक हो मुत्तज्जी! आज आप कितने साल की हो गयीं?""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""ओह! दावत! फिर तो वहाँ बहुत सारे केक रहे होंगे!" पुट्टी बोली। "वह कौन से राजा थे, मुत्तज्जी? अगर आप को यह पता हो तो हम जान सकते है कि वह यहाँ कब आए थे। फिर उसमे 5 जोड़ देने से पता चल जाएगा कि आप कब पैदा हुईं थीं।""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
"अज्जी ने दरवाजे से अंदर झाँकते हुए कहा, "अम्मा, आप के आर एस की बात कर रही हैं क्या?""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""बात अभी शुरू हुई है," पुट्टी ने कहा। "अज्जी, आप किस साल में पैदा हुई थीं?""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""अज्जी, क्या आप जानती हैं कि के आर एस कब बनाया गया था?""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
""इसका मतलब यह है मुत्तज्जी कि आप 1916 मे पैदा हुई थीं। आप 100 साल की हैं!""
मुत्तज्जी की उम्र क्या है?
"”पिता जी, क्या आप और अम्मा दाँडी यात्रा पर जा रहे हैं?“ धनी ने सीधे काम की बात पूछी।"
स्वतंत्रता की ओर
"”जी हाँ, गाँधी जी! मेरी दोस्त बिन्नी, जिसका दूध आप रोज़ सुबह पीते हैं,“ धनी गर्व से मुस्कराया, ”मैं इसकी देखभाल करता हूँ।“"
स्वतंत्रता की ओर
"”पर आप तो नौजवान नहीं हैं,“ धनी बोला, ”आप नहीं थक जायेंगे?“"
स्वतंत्रता की ओर
"मिर्च हर आकार, रूप और रंग की होती हैं और पूरे विश्व में इनका उत्पादन होता है। इसके बीज छोटे, गोल और चपटे होते हैं और इनका इस्तेमाल दाल या भाजी में चटपटापन लाने के लिए किया जाता है। जब आप इन्हें छुएं तो सावधान रहें, ये आपकी उंगलियों में जलन पैदा कर सकतीं हैं।"
आओ, बीज बटोरें!
"कॉफी के बारे में तो आप सभी जानते होंगे, जिसे आपके मम्मी-पापा हर सुबह पीते हैं? ये कॉफी बैरीज़ से बनती है। बैरीज़ से मिलने वाले दानों को सुखाकर, भूनकर और पीसकर पाउडर बना दिया जाता है। दक्षिण भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में कॉफी के बागान हैं।"
आओ, बीज बटोरें!
"कठोर भूरे रंग के नारियल का हर हिस्सा हमारे लिए उपयोगी होता है। उसके बाहर वाले बालों के हिस्से से रस्सी बनाई जाती है, वहीं अंदर का नरम सफेद हिस्सा कई प्रकार के भोजन में इस्तेमाल किया जाता है और नारियल पानी मज़ेदार पेय होता है, विशेषरूप से उस समय, जब बाहर बहुत गर्मी होती है। क्या आपको मालूम है कि आप अपने बालों में जो तेल लगाते हैं, वो कहां से आता है? वह तेल भी नारियल से ही निकाला जाता है।"
आओ, बीज बटोरें!
"ढश टश ढश... मेरे नगाड़े की छड़ें इतनी तेज़ी से चल रही हैं कि आप इन्हें देख भी नहीं सकते!"
आज, मैं हूँ...
"“पापा, क्या आप मुझे आधा नारियल देंगे? मुझे मेरे घर के लिए छत बनानी है।”"
मलार का बड़ा सा घर
"- जितने पेपर कप आप को मिल सकें उतने पेपर कप"
मलार का बड़ा सा घर
"लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया के जीव-जंतुओं और हममें क्या समानता है?"
जीव-जन्तुओं के घर
"क्या आप अनुमान लगा सकते हो कि हमारा सबसे अच्छा मित्र कौन है?"
हमारे मित्र कौन है?
"क्या आप मेरे मित्र बनोगे?"
हमारे मित्र कौन है?
"अब आप सोचें,"
कितनी मज़ेदार है बांग्ला संख्याएं
"तितलियाँ! मुझे दिख रही हैं तितलियाँ! मुझे दिख रहीं हैं चार तितलियाँ! क्या आप को भी दिख रही हैं?"
तितलियां
"तितलियाँ! मुझे दिख रही हैं लाल,हरी और पीली तितलियाँ! अरे एक छोटी तितली मेरी अंगुली पर बैठी है! क्या आप को वह दिख रही है?"
तितलियां
"तितलियाँ! मुझे भी तितली बनना है! क्या आप को भी आकाश मे उड़ना है?"
तितलियां
"मिस मीरा अपने कामों में व्यस्त हैं, इसलिए उन्होंने बच्चों को उनका मनपसंद काम सौंपा है, और वो है अपने आप खेलना। स्टेल्ला और परवेज़ को बोर्ड पर चित्र बनाने में बड़ा मज़ा आ रहा है।"
कोयल का गला हुआ खराब
"- जब आप ठीक से सुन सकते हैं तो, बोलना आसानी से सीख सकते हैं। ज़्यादातर बधिर लोग ठीक से नहीं बोल पाते क्योंकि वो दूसरों का बोलना नहीं सुन सकते हैं।"
कोयल का गला हुआ खराब
""क्या आप मेरे परिवार को ढूँढने में मदद कर सकते हैं घोंघा मामा?" घूम-घूम ने पूछा।"
घूम-घूम घड़ियाल का अनोखा सफ़र
"सूँस यानि डाॅल्फ़िन पानी से बाहर छलाँग लगाने के लिए जानी जाती हैं। क्या आप छलाँग लगा सकते हैं?"
सत्यम, ज़रा संभल के!
"ज़मीन पर रहने वाले जीवों में चीते सबसे ज़्यादा तेज़ी से दौड़ते हैं। वह फर्राटे भी लगाते हैं। क्या आप फर्राटे लगा सकते हैं?"
सत्यम, ज़रा संभल के!
"केकड़े सामने सीधे चलने के बजाय बाएँ या दाएँ चल सकते हैं। क्या आप बिना बाएँ या दाएँ मुड़े ऐसी आड़ी चाल चल सकते हैं?"
सत्यम, ज़रा संभल के!
"टिड्डे अपने आकार की तुलना में कई ज़्यादा ऊँची कुदान मार सकते हैं। ख़ासतौर से तब, जब वह किसी शिकार करने वाले जीव की पकड़ में आने से बचना चाहते हों। क्या आप इतनी ऊँची कुदान मार सकते हैं?"
सत्यम, ज़रा संभल के!
"घोंघे बहुत धीरे-धीरे घिसटते हैं। बहुत ही धीरे-धीरे। क्या आप इतनी धीमी चाल चल सकते हैं?"
सत्यम, ज़रा संभल के!
"बातों बातों में किताब पढ़ने लगे। अपने आप पढ़ते पढ़ते औरों को पढ़ाने लगे।"
दीदी का रंग बिरंगा खज़ाना
"नीना खिड़की से बाहर देखते हुए चिल्लायी, ‘‘भारत में जिराफ़ नहीं होते! आप हमें बेवकूफ़ बना रहे हैं, बाबा!’’"
एक सफ़र, एक खेल
"“जैसा कि आप जानते हैं, कुछ साल पहले मैंने नटखट को बेच दिया था। कल मैं नटखट के भाइयों - बाँका और बलवान के द्वारा खींची जाने वाली बग्घी में सवार आपके गाँव से गुज़र रहा था। मुझे नहीं मालूम कि किस तरह से नटखट अपने आपको छुड़ा हमारे पीछे-पीछे भागकर चन्देसरा चला आया। मैं उसे पहचान न सका और यह समझ न पाया कि इसका करूँ तो करूँ क्या। फिर आज सुबह मैंने इस नन्ही-सी बच्ची को एक झोंपड़ी से दूसरी झोंपड़ी जाते और एक गुमशुदा घोड़े के बारे में पूछते हुए देखा। लेकिन या इलाही ये माजरा क्या है?” तीसरी बार उसने अपना वही सवाल किया।"
विशालकाय एक-पंख गजपक्षी
"लेकिन क्या आप जानते हैं कि अनु को अपने पापा की कौन सी चीज़ सबसे ज़्यादा अच्छी लगती है?"
पापा की मूँछें
"हर सुबह, जैसे ही उसके पापा दाढ़ी बनाना शुरू करते हैं, अनु भी उनके पास आकर बैठ जाती है। बड़े ध्यान से उन्हें दाढ़ी बनाते हुए देखती है। उसके पापा अपनी दो उँगलियों में एक छुटकू-सी कैंची पकड़े, कच-कच-कच... अपनी मूँछों को तराशने में जुट जाते हैं।
और अनु है कि कहती जाती है, “थोड़ा बाएँ... अब थोड़ा-सा दाएँ... पापा नहीं ना! आप अपनी मूँछों को और छोटा मत कीजिए!
आप ऐसा करेंगे तो मैं आपसे कट्टी हो जाऊँगी!”"
पापा की मूँछें
"सो अनु भी तन जाती है, “लो, हो गया पापा! अब आप इसे बिगाड़ेंगे नहीं, ठीक है?”"
पापा की मूँछें
"क्या आप दालों को पहचानते हैं?"
दाल का दाना
""मुझे कुछ नहीं सुनना है। बस आप मेरी पूँछ बदल दो," चुलबुल ने ज़िद की।"
चुलबुल की पूँछ
""गलती हो गई डॉक्टर दादा। आप मुझे बिल्ली की पूँछ लगा दो," चुलबुल ने अपनी गलती मानते हुए सलाह दी।"
चुलबुल की पूँछ
""वह कुत्ता मेरे पीछे पड़ गया है। मुझे किसी की पूँछ नहीं चाहिए। आप बस मेरी पूँछ लगा दो!" चुलबुल ने ज़ोर से सिर हिलाते हुए कहा।"
चुलबुल की पूँछ
""क्या हुआ दादाजी, आज आप अख़बार क्यों नहीं पढ़ रहे हैं?" एक सुबह गुल्ली ने दादाजी से पूछा।"
गुल्ली का गज़ब पिटारा
""अगर आप इस से देखें, तो आपको सब कुछ दिखेगा बड़ा और बेहतर!""
गुल्ली का गज़ब पिटारा
"मगर चन्दू ने अपने आप उन्हें बता दिया, “अब तो बहुत ही अच्छा लग रहा है।”"
उड़ते उड़ते
"उसने यहाँ-वहाँ नज़र दौड़ाई और अनायास बोल पड़ा,”हुज़ूर क्या आप चटख़ लाल पर स़फेद और पीली बुंदकियों वाला देखना पसन्द करेंगे?“"
रज़ा और बादशाह
"रज़ा ने लपक कर धनी सिंह की पगड़ी थामी। उसके लपेटे सीधे करके अकबर की कमर पर बाँध दी। जब तक अकबर आड़े-टेढ़े होकर अपने आप को आईने में निहार रहे थे,"
रज़ा और बादशाह
"यह प्रश्नोत्तरी हल करके पता लगाएँ कि नए लोगों के बीच जगह बनाने की कोशिश कर रहे लोगों की मदद करने में आप कितने कारगर साबित हो सकते हैं!"
थोड़ी सी मदद
"1. आपकी अध्यापिका ने कक्षा में नए आए साथी को पूरा स्कूल दिखाने को कहा है। आप क्या सोचेंगे?"
थोड़ी सी मदद
"2. आपकी कक्षा की एक लड़की लँगड़ाते हुए चलती है। बाकी बच्चे उस पर हँसते हैं। आप क्या करेंगे?"
थोड़ी सी मदद
"3. आपके नए सहपाठी को पहले पढ़ाए गये पाठ समझने में दिक्कत हो रही है। आप क्या करेंगे?"
थोड़ी सी मदद
"अ. कक्षा की सबसे होशियार छात्रा से कहेंगे कि वह अपने नोट्स उसे पढ़ने के लिए दे दे। ब. अध्यापिका से कहेंगे कि उसकी मदद करना उनका काम है। स. उससे पूछेंगे कि क्या उसे आपकी मदद चाहिए। 4. आपकी कक्षा की नई छात्रा जरा शर्मीली है। वह किसी के साथ नहीं खेलती। आप क्या करेंगे? अ. उससे कुछ नहीं कहेंगे। जब उसकी झिझक मिट जाएगी तब खेलने लगेगी। ब. उसे बुला कर खेल में शामिल होने को कहेंगे। स. उस के पास जा बैठेंगे। शायद वह बातें करने लगे।"
थोड़ी सी मदद
"अब देखें कि आप ने कितने अँक पाए और इसका क्या मतलब है..."
थोड़ी सी मदद
"आप दोस्ती करने के लिए ही बने हैं। सदा दूसरों की मदद को तैयार! आप इस बात का इन्तज़ार नहीं करते कि लोग मदद माँगें। लोगों के मदद माँगने से पहले ही आप मदद देने के लिए हाज़िर रहते हैं।"
थोड़ी सी मदद
"आप स्वतन्त्र किस्म के व्यक्ति हैं और मानते हैं कि सभी को ऐसा ही होना चाहिए। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप को किसी की चिन्ता नहीं होती। बस आप दूसरों पर दबाव नहीं बनाना चाहते।"
थोड़ी सी मदद
"आप ज़रा शर्मीले लेकिन दयालु हैं। आप दूसरों की मदद करने और उन्हें सहज अनुभव करवाने के लिए जो भी कर सकते हैं जरूर करेंगे। लेकिन बिना किसी तरह का दिखावा किए।"
थोड़ी सी मदद
"कल्लू और उसका दोस्त दामू, सपने में नदी में एक विशाल मछली पकड़ रहे थे और आप सच मानें, मछली"
कल्लू कहानीबाज़
"अपने छोटे भाई की ओर देख के हाँफते हुए बोला, “शब्बो, सच तू कितना भाग्यवान है। पूरे महीने स्कूल से छुट्टी!”
खिड़की के पास बैठा शब्बो अपने पलस्तर चढ़े पैर को देख के चिहुँका, “हाँ, बिल्कुल ठीक कहा भाईजान। पैर तोड़ने में बहुत ही मज़ा आता है। सारे दिन यहाँ बैठ के इतना बोर हो जाता हूँ सोचता हूँ अपने बाल नोच डालूँ जब आप दामू के साथ फ़ुटबॉल खेलते हो। ज़रूर, बहुत ही भाग्यवान हूँ मैं?”"
कल्लू कहानीबाज़
"कल्लू ने पैरों पर ब्रेक लगाया और जल्दी-जल्दी बोलने लगा, “मास्टर जी, माफ़ कर दीजिये मुझे देरी हो गयी। पर आज बिल्कुल भी मेरी गलती नहीं थी! मुझे शब्बो को नहलाने के लिये मदद करनी थी। आप जानते हैं न उसकी टाँग टूट गई है और।“अचानक से कल्लू चुप हो गया। उसने कुछ ऐसा देखा जिससे कि उसकी ज़बान पर ताला पड़ गया। मास्टर जी, दुनिया के सबसे डरावने इन्सान, ठहाका मार के हँस रहे थे।"
कल्लू कहानीबाज़
"लेकिन वे सिर्फ़ हॉकी स्टिक के अपने कौशल के सहारे की ध्यान चंद नहीं बने। हॉकी, जो कि एक टीम का खेल है, उसमें ध्यान चंद एक प्रभावी टीम साथी के रूप में उभरे। जब वे मैदान में दौड़ रहे होते, उनका मस्तिष्क एक शतरंज की बाज़ी के रूप में सोचता। जैसे अपको पता होता है कि आपकी कक्षा में आपके मित्र कौन कौन से स्थान पर बैठते हैं और आप बिना देखे यह बता सकते हैं कि “काव्या यहाँ बैठती है, रोमिल यहाँ बैठता है” ध्यान चंद के लिए हॉकी ठीक वैसा ही था। बिना देखे उनको पता होता था कि उनके टीम के साथी कहाँ खड़े हैं, और वे किसको गेंद पास कर सकते हैं।"
ध्यान सिंह 'चंद' : हॉकी के जादूगर
"“क्योंकि मैं रात को सोती हूँ,” उन्होंने झुंझलाकर बोला, “और आप को भी वही करना चाहिए।”"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"अगले दिन सभा में, कोट्टवी राजा ने पूछा, “मुख्य मंत्रीजी, आप क्या करते हैं जब आपको रात में नींद नहीं आती?”"
कोट्टवी राजा और उनींदा देश
"आम खाया? मज़ा आया? एक और खाने का मन है? बेशक, आप दुकान पर जाकर ख़रीद सकते हैं। लेकिन इससे कहीं ज़्यादा मज़ा आएगा तब, वह भी मुफ़्त में, जब आप अपने खाए आम की गुठली से और आम तैयार करेंगे! बस इसके लिए आपको चाहिए ढेर सारा समय और धैर्य!"
जादव का जँगल
"आपकी बोई हुई गुठली में से अंकुर फूटने के बाद वह आम के स्वस्थ पौधे के रूप में पनप जाए, तो तैयार रहें उसकी सिंचाई, देखभाल और पहले से भी ज़्यादा इंतज़ार के लिए! ध्यान रखें कि कहीं आपके पोधे को कीड़े-मकोड़े या कोई जानवर न खा जाएँ या फिर कोई उसे अपने पैरों तले न रौंद जाएँ। अगर इंतज़ार करते-करते आप ऊबने लगें तो कुछ किताबें पढ़ डालें, कुछ गीत गुनगुना लें, और कुछ और पौधे लगा दें!"
जादव का जँगल
"कुछ साल में, जब आप पहले से लंबे हो जाएँगे, तब आपका आम का पेड़ भी आपके साथ बढ़ रहा होगा। बढ़ते-बढ़ते वह एक बड़े पेड़ में बदल जाएगा जिस पर आप चाहें तो चढ़ सकेंगे, या फिर उसके साये में पिकनिक कर सकेंगे। तब शुरू होगा असली मज़ा! तब आपका पेड़ आम देने लगेगा, जिन्हें आप और आपके दोस्त खा सकेंगे। इससे भी ज़्यादा बढ़िया बात यह होगी कि आम खाना पसंद करने वाले तमाम दूसरे जीव भी आपके पेड़ की ओर खिंचे चले आएंगे - पक्षी, चींटियाँ, गिलहरियाँ, चमगादड़, बन्दर और मकड़ियाँ।"
जादव का जँगल
"तब आप रोज़ाना कुछ समय यह देखने में बिता सकते हैं कि आपके आम के पेड़ पर कौन आता है, कब आता है, और क्या करता है। आप जो कुछ देखें उसे एक जगह लिख कर रखें। इसके अलावा, आप जो कुछ देखें उसके चित्र भी बना कर रखें।"
जादव का जँगल
"एक दिन शर्माते हुए वह दीदी के पास गई और बोली, "क्या आपके पास थोड़ा सा समय है? क्या आप मुझे कहानी सुनायेंगी?""
कहानियों का शहर
"मीमी थोड़ा घबराई। उससे कभी किसी ने ऐसा सवाल नहीं किया था! सोचते हुए उसकी आँखें गोल हुईं, "क्या आप शेर की कहानी सुना सकती हैं?""
कहानियों का शहर
"उनकी आवाज़ साफ़ सुनाई दी, "ठीक है! एक शर्त है। आप ऐलान कर दीजिए कि इस शहर में हर सुबह और हर शाम को एक कहानी सुनाई जाएगी। इस तरह सबके पास कहानियाँ होंगी और वे अपना काम भी कर सकेंगे।""
कहानियों का शहर
""मेरे घुंघराले बाल अप्पा से मिली एक विशेषता है और ठुड्डी के बीच का गड्ढा आप से मिली हुई विशेषता है। क्या आपको यह विशेषताएं आपके अभिभावकों से मिली है?" "हां! तुमने"
कहाँ गये गालों के गड्ढे?
""इस वजह से मैं आप सब की विशेषताओं का एक पुलिंदा हूं, बस " लांगलेन थोड़ी दुःखी होते हुए बोली। इम्मा ने उसे फुर्ती से गले लगा लिया। "नहीं लांगलेन, माता-पिता से बच्चों"
कहाँ गये गालों के गड्ढे?
"अपना पारिवारिक पेड़ बनाना जैसा कि आपको अब तक जान ही गए होंगे की लांगलेन की इम्मा (मम्मी) मणिपुर से हैं और अप्पा (पापा) तमिलनाडु से। क्या आप भी लांगलेन की तरह (पेज 7 और पेज 8) अपना पारिवारिक पेड़ बनाना चाहेंगे? एक कागज़ और पेन उठाइये और इसे तुरंत ही बनाइये। यदि आप कहीं भी अटक जाएं, तो अपने परिवार वालों की मदद लें।"
कहाँ गये गालों के गड्ढे?
"क्या आप कभी चिड़िया घर में काम करना पसंद करेंगे?"
कहाँ गया गोगो?