Peer-review: PENDING
Edit storybook
edit
Chapter 1/17
editउड़ती-उड़ती
editतितली मुझको एक मिली।
editफूल-फूल पर उड़ती थी,
editइधर-उधर को मुड़ती थी,
editपीली, काली, भूरी थी।
editबस,🚌🚍🚏 थोड़ी-सी दूरी थी।
editलेकिन हाथ बढ़ाया जब
editउसको उड़ते पाया तब।
editनहीं पकड़ में आती वह,
editउड़ती-उड़ती जाती वह।
edit
Chapter 2/17
editधम्मक धम्मक
editधम्मक धम्मक जाता🚶 हाथी🐘
editधम्मक धम्मक आता हाथी🐘
editअपनी सूँड उठाता हाथी🐘
editअपनी सूँड गिराता हाथी🐘
editजब पानी🌊🌧️💦💧🚰 में जाता🚶 हाथी🐘
editभर-भर सूँड नहाता हाथी🐘
edit
Chapter 3/17
editधम्मक धम्मक जाता🚶 हाथी🐘
editधम्मक धम्मक आता हाथी🐘
editकितने केले खाता हाथी🐘
editयह तो नहीं बताता हाथी🐘
editधम्मक धम्मक जाता🚶 हाथी🐘
editधम्मक धम्मक आता हाथी🐘
edit
Chapter 4/17
editचलो स्कूल🎒🏫🚌
editहरे हरे पत्ते
editलाल🔴 लाल🔴 फूल।
editचलो भाई
editजल्दी,चलो स्कूल।🎒🏫🚌
editछूट गई पेंसिल
editकापी गई भूल जल्दी लो भाई,
editचलो स्कूल।🎒🏫🚌
edit
Chapter 5/17
editपीली नीली न्यारी तितली
editतितली नन्ही प्यारी तितली
editपीली नीली न्यारी तितली
editफूलों पर फूलों सी तितली
editतितली क्यारी क्यारी तितली
editअपने नन्हें पंख उठाए
editरंगों की इक लहर बनाए
editचुप चुप चुप उड़ती जाए
editखिली धूप में कितनी भाए।
edit
Chapter 6/17
editऊँट चला
editऊँट चला, भई
editऊँट चला!
editहिलता डुलता ऊँट चला।
editइतना ऊँचा ऊँट चला।
editऊँट चला भई ऊँट चला!
editऊँची गरदन, ऊँची पीठ।
editपीठ उठाए ऊँट चला।
edit
Chapter 7/17
editबालू है, तो होने दो,
editबोझ ऊँट को ढोने दो।
editनहीं फँसेगा बालू में- बालू में भी ऊँट चला।
editजब थककर बैठेगा ऊँट,
editकिस करवट बैठेगा ऊँट?
editबता सकेगा कौन भला!
editऊँट चला, भई ऊँट चला!
edit
Chapter 8/17
editमोर
editनाच रहा है देखो मोर
editघूम घूम कर चारों ओर
editखोल दिए हैं सारे पंख
editरंगबिरंगे न्यारे पंख
editबादल जब छाते घनघोर
editझूम झूम है उठता मोर
editघूम घूम कर चारों ओर
editनाच दिखाता सुन्दर मोर
edit
Chapter 9/17
editबड़ा कीमती
editचाहे खाओ इडली-डोसा
editया फिर गरम समोसा
editचाहे खाओ खूब मिठाई,
editरबड़ी और मलाई।
editचाहे खाओ पूरी-भाजी
editया फिर बैंगन-भाजा,
editचाहे खाओ नरम ढोकला
editबिल्कुल ताज़ा-ताज़ा।
editकभी ना खाना🍲 जल्दी-जल्दी
editकुछ भी नहीं गिराना।
editबड़ा कीमती होता भाई,
editखाने🍴 का हर दाना।
edit
Chapter 10/17
editझर-झर
editझर-झर बरस रही हैं बूँदें।
editमन करता है इनको छू दें।
editपलकों पर भी ये आ जाएँ,
editरहें खड़े हम आँखें मीचे।
editलेकिन हम क्यों मूँदें आँखें?
editभीग रही चिड़ियों की पाँखें।
editपत्ती-पत्ती डाली-डाली
editघूम रही है अपनी आँखें।
editदेख रही है छत-मकान-घर
editबूँदें बरस रही हैं झर-झर।
edit
Chapter 11/17
editसरपट-झटपट
editदौड़े लाल🔴 टमाटर सरपट
editहरे मटर भी आए झटपट
editगोभी ज़रा लुढ़कती आई
editधनिए ने भी दौड़ लगाई।
editसरपट-झटपट झटपट- सरपट
editदौड़ लगाई
editदौड़ लगाई।
edit
Chapter 12/17
editझूला झूले
editझूला झूले गुड़िया रानी,
editझुला रही है चिड़िया रानी।
editदेख रहे हैं बन्दर मामा,
editपहने कुरता और पाजामा।
editबिल्ली मौसी भी आई है,
editअपना चश्मा भी लाई है।
editमन करता है वह भी झूले,
editमारे पेंग गगन को छूले।
edit
Chapter 13/17
editछाता
editजब पापा👨 बाज़ार गए, तो गया संग में छाता।
editधूप और गर्मी से उनको, है यह खूब बचाता।
editएक हाथ में झोला उनके, एक हाथ में छाता।
editजब आती बरसात, साथ में यह भी चलता जाता।🚶
editखुद बारिश🌧️ में भीगा करता, पर, यह उन्हें बचाता।
editजैसी सिर के ऊपर छत है, वैसा ही यह छाता।
edit
Chapter 14/17
editबहती जाए
editकागज़ की इक नाव बनाएँ उसको पानी🌊🌧️💦💧🚰 में तैराएँ।
editदूर कहीं वह बहती जाए।
editनहीं पलटकर हम तक आए।
editजाने किस नदिया में जाए,
editबहती-बहती चलती जाए।
editलहरें नाचें, वह भी नाचे
editदूर-दूर तक बहती जाए।
edit
Chapter 15/17
editमेरी पेंसिल
editपेंसिल मेरी दिखला सकती है कई कमाल
editलिख सकती है सुंदर अक्षर, हल कर सकती कई सवाल।
editपत्ते, फूल बना सकती है, पौधे, गमले, चिड़िया, शेर।
editरेखा खींच खड़े कर सकती घर-आँगन, लगती क्या देर?
edit
Chapter 16/17
editरेल चली
editरेल चली भाई, रेल चली।
editछुक छुक करती रेल चली।
editपटरी-पटरी रेल चली।
editसीटी देती रेल चली।
editनहीं पसिंजर धीमी सी,आज हमारी मेल चली।
editरेल चली भाई, रेल चली।
edit
Chapter 17/17
editगेंद
editउछल पुछल कर जाती गेंद।
editअच्छी दौड़ लगाती गेंद।
editहमको खूब भगाती गेंद।
editयहीं कहीं छिप जाती गेंद।
editसब को खूब थकाती गेंद।
Peer-review 🕵🏽♀📖️️️️
Contributions 👩🏽💻
Revision #1
(2025-06-25 05:28)

0x9d8d...f565
Uploaded ePUB file (🤖 auto-generated comment)