PENDING
Edit storybook
Chapter 1/16
editधनी💰 को पता था कि आश्रम में कोई बड़ी योजना बन रही है, पर उसे कोई कुछ न बताता। “वे सब समझते हैं कि मैं नौ साल का हूँ इसलिए मैं बुद्धू हूँ। पर मैं बुद्धू नहीं हूँ!” धनी💰 मन-ही-मन बड़बड़ाया।
editधनी💰 और उसके माता-पिता, बड़ी ख़ास जगह में रहते थे। अहमदाबाद के पास, महात्मा गाँधी के साबरमति आश्रम में-जहाँ पूरे भारत🇮🇳 से लोग रहने आते थे। गाँधी जी की तरह, वे सब भी भारत🇮🇳 की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे थे। जब वे आश्रम में ठहरते तो चरखों पर खादी का सूत कातते, भजन गाते और गाँधी जी के व्याख्यान सुनते।
editसाबरमति में सबको कोई न कोई काम करना होता-खाना पकाना, बर्तन धोना, कपड़े👗💃 धोना, कुएँ से पानी🌊🌧️💦💧🚰 लाना, गाय और बकरियों का दूध दुहना और सब्ज़ी उगाना। धनी💰 का काम था-बिन्नी की देखभाल करना। बिन्नी, आश्रम की एक बकरी थी। धनी💰 को अपना काम पसन्द था क्योंकि बिन्नी उसकी सबसे अच्छी दोस्त थी। धनी💰 को उससे बातें करना अच्छा लगता था।
Chapter 2/16
editChapter 3/16
editउस दिन🌤️ सुबह, धनी💰 बिन्नी को हरी घास खिला कर, उसके बर्तन में पानी🌊🌧️💦💧🚰 डालते हुए बोला, “कोई बात👄 ज़रूर है बिन्नी! वे सब गाँधी जी के कमरे में बैठकर बातें करते हैं। कोई योजना बनाई जा रही है। मैं सब समझता हूँ।“
editबिन्नी ने घास चबाते हुए सर हिलाया, जैसे कि वह धनी💰 की बात👄 समझ रही थी। धनी💰 को भूख लगी। कूदती-फाँदती बिन्नी को लेकर वह रसोईघर की तरफ़ चला। उसकी माँ👩 चूल्हा फूँक रही थीं और कमरे में धुआँ भर रहा था।
edit”अम्मा,👩 क्या गाँधी जी कहीं जा रहे हैं?“ उसने पूछा। खाँसते हुए माँ👩 बोलीं, ”वे सब यात्रा पर जा रहे हैं।“
edit”यात्रा? कहाँ जा रहे हैं?“ धनी💰 ने सवाल किया।
edit”समुद्र के पास कहीं। अब सवाल पूछना बन्द करो और जाओ यहाँ से धनी!“💰 अम्मा👩 ज़रा गुस्से से बोलीं, ”पहले मुझे खाना🍲 पकाने दो।“
editधनी💰 सब्ज़ी की क्यारियों की तरफ़ निकल गया जहाँ बूढ़ा बिन्दा आलू🥔 खोद रहा था।
Chapter 4/16
editChapter 5/16
edit”बिन्दा चाचा,“ धनी💰 उनके पास बैठ गया, ”आप भी यात्रा पर जा रहे हैं क्या?“
editबिन्दा ने सर हिला कर मना किया। उसके कुछ बोलने से पहले धनी💰 ने उतावला होकर पूछा, ”कौन जा रहे हैं? कहाँ जा रहे हैं? क्या हो रहा है?“
editबिन्दा ने खोदना रोक दिया और कहा, ”तुम्हारे सब सवालों के जवाब दूँगा पर पहले इस मुई बकरी को बाँधो! मेरा सारा पालक चबा रही है!“
editधनी💰 बिन्नी को खींच कर ले गया और पास के नीबू के पेड़🌲🌳 से बाँध दिया। फिर बिन्दा ने उसे यात्रा के बारे में बताया। गाँधी जी और उनके कुछ साथी गुजरात में पैदल चलते हुए, दाँडी नाम की जगह पर समुद्र के पास पहुँचेंगे। गाँवों और शहरों से होते हुए पूरा महीना चलेंगे। दाँडी पहुँच कर वे नमक बनायेंगे।
Chapter 6/16
edit”नमक?“ धनी💰 चौंक कर उठ बैठा, ”नमक क्यों बनायेंगे? वह तो किसी भी दुकान से खरीदा जा सकता है।“ ”हाँ, मुझे मालूम है।“ बिन्दा हँसा, ”पर महात्मा जी की एक योजना है। यह तो तुम्हें पता ही है कि वह किसी बात👄 के विरोध में ही यात्रा करते हैं या जुलूस निकालते हैं, है न?“
edit”हाँ, बिल्कुल। मैं जानता हूँ वे ब्रिटिश सरकार के खिलाफ़ सत्याग्रह के जुलूस निकालते हैं जिससे कि उनके खिलाफ़ लड़ सकें और भारत🇮🇳 स्वतंत्र हो जाये। पर नमक को लेकर विरोध क्यों कर रहे हैं? यह तो बेवकूफ़ी की बात👄 हुई!“
edit”बिल्कुल बेवकूफ़ी नहीं है धनी!💰 क्या तुम्हें पता है कि हमें नमक पर कर देना पड़ता है?“
edit”तो क्या?“ धनी💰 बुदबुदाया।
edit”नमक की ज़रूरत सभी को है...इसका मतलब है कि हर भारतवासी, गरीब से गरीब भी, यह कर देता है,“ बिन्दा चाचा ने आगे समझाया।
Chapter 7/16
edit”लेकिन यह तो सरासर नाइंसाफ़ी है!“ धनी💰 की आँखों में गुस्सा था।
edit”हाँ, यह नाइंसाफ़ी है। यही नहीं, भारतीय लोगों को नमक बनाने की मनाही है। महात्मा जी ने ब्रिटिश सरकार को कर हटाने को कहा पर उन्होंने यह बात👄 ठुकरा दी।💗 इसलिये उन्होंने निश्चय किया है कि वे दाँडी चल कर जायेंगे और समुद्र के पानी🌊🌧️💦💧🚰 से नमक बनायेंगे।“
edit”एक महीने तक पैदल चलेंगे!“ धनी💰 सोच कर परेशान हो रहा था।
edit”गाँधी जी तो थक जायेंगे। वे दाँडी बस🚌🚍🚏 या ट्रेन से क्यों नहीं जा सकते?“
edit”क्योंकि, यदि वे इस लम्बी यात्रा पर दाँडी तक पैदल जायेंगे तो यह खबर फैलेगी। अखबारों में फ़ोटो छपेंगी, रेडियो पर रिपोर्ट जायेगी! और पूरी🥞 दुनिया के लोग यह जान जायेंगे कि हम अपनी स्वतंत्रता के लिये लड़ रहे हैं। और ब्रिटिश सरकार के लिये यह बड़ी शर्म की बात👄 होगी।“
edit”गाँधी जी, बड़े ही अक्लमन्द हैं, हैं न?“ धनी💰 की आँखें चमकीं।
Chapter 8/16
edit”हाँ, वो तो हैं ही!“ बिन्दा की आँखों के आस-पास हँसी की लकीरें खिंच गईं, ”उन्होंने वायसरॉय को चिट्ठी भी लिखी है कि वे ऐसा करने जा रहे हैं! ब्रिटिश सरकार को तो पता ही नहीं कि उसकी क्या गत बनने वाली है!“
editधनी💰 उस झोंपड़ी के पास पहुँचा जहाँ गाँधी जी ठहरे थे। उसने खिड़की से झाँक कर देखा। आश्रम के कई लोग गाँधी जी से बात👄 कर रहे थे। धनी💰 को सुनाई दिया कि वे दाँडी पहुँचने का रास्ता तय कर रहे थे, जिस पर वे पैदल चलेंगे। अपने पिता को भी इनके बीच देखकर धनी💰 खुश हो गया।
editदोपहर को जब आश्रम में थोड़ी शान्ति छाई, धनी💰 अपने पिता को ढूँढने निकला। वह बैठ कर चरखा चला रहे थे।
edit”पिता जी, क्या आप और अम्मा👩 दाँडी यात्रा पर जा रहे हैं?“ धनी💰 ने सीधे काम की बात👄 पूछी।
Chapter 9/16
editChapter 10/16
edit”मैं जा रहा हूँ। तुम और अम्मा👩 यहीं रहोगे।“
edit”बेकार की बात👄 मत करो धनी!💰 तुम इतना लम्बा नहीं चल पाओगे। आश्रम के नौजवान ही जा रहे हैं।“
edit”मैं नौ साल का हूँ और आपसे तेज़ दौड़ सकता हूँ!“ धनी💰 ने हठ पकड़ ली, ”आप मुझे साथ आने से रोक नहीं सकते।“
editधनी💰 के पिता ने चरखा रोक कर बड़े धीरज से समझाया, ”स़िर्फ वे लोग जायेंगे जिन्हें महात्मा जी ने खुद चुना है।”
edit”ठीक है! मैं उन्हीं से बात👄 करूँगा। वह ज़रूर हाँ कहेंगे!“ धनी💰 दृढ़ होकर बोला और वहाँ से चल दिया।
editगाँधी जी बड़े व्यस्त रहते थे। उन्हें अकेले पकड़ पाना आसान नहीं था। पर धनी💰 को वह समय📅 मालूम था जब उन्हें बात👄 सुनने का समय📅 होगा-रोज़ सुबह, वह आश्रम में पैदल घूमते थे।
editअगले दिन🌤️ जैसे सूरज निकला, धनी💰 बिस्तर छोड़ कर गाँधी जी को ढूँढने निकला। वे गौशाला में गायों को देख रहे थे। फिर वह सब्ज़ी के बगीचे में मटर और बन्दगोभी देखते हुए बिन्दा से बात👄 करने लगे। धनी💰 और बिन्नी लगातार उनके पीछे-पीछे चल रहे थे।
Chapter 11/16
editअन्त में, गाँधी जी अपनी झोंपड़ी की ओर चले। बरामदे में चरखे के पास बैठ कर उन्होंने धनी💰 को पुकारा, ”यहाँ आओ, बेटा!“👦 धनी💰 दौड़कर उनके पास पहुँचा। बिन्नी भी साथ में कूदती हुई आई।
edit”तुम्हारा क्या नाम है, बेटा?“ ” धनी,💰 गाँधी जी।“
edit”जी हाँ, गाँधी जी! मेरी दोस्त बिन्नी, जिसका दूध आप रोज़ सुबह पीते हैं,“ धनी💰 गर्व से मुस्कराया, ”मैं इसकी देखभाल करता हूँ।“
edit”बहुत अच्छा!“ गाँधी जी ने हाथ हिलाकर कहा, ”अब यह बताओ धनी💰 कि तुम और बिन्नी सुबह से मेरे पीछे क्यों घूम रहे हो?“
edit”मैं आपसे कुछ पूछना चाहता था,“ धनी💰 थोड़ा घबराया। ”क्या मैं आपके साथ दाँडी आ सकता हूँ?“ हिम्मत करके उसने कह डाला। गाँधी जी मुस्कराये, ”तुम अभी छोटे हो बेटा!👦 दाँडी तो 385 किलोमीटर दूर है! स़िर्फ तुम्हारे पिता जैसे नौजवान ही मेरे साथ चल पायेंगे।“
Chapter 12/16
editChapter 13/16
edit”पर आप तो नौजवान नहीं हैं,“ धनी💰 बोला, ”आप नहीं थक जायेंगे?“
edit”मैं बहुत अच्छे से चलता हूँ,“ गाँधी जी ने कहा।
edit”मैं भी बहुत अच्छे से चलता हूँ,“ धनी💰 भी अड़ गया।
edit”हाँ, ठीक बात👄 है,“ कुछ सोचकर गाँधी जी बोले, ”मगर एक समस्या है। अगर तुम मेरे साथ जाओगे तो बिन्नी को कौन देखेगा? इतना चलने के बाद, मैं तो कमज़ोर हो जाऊँगा। इसलिये, जब मैं वापस आऊँगा तो मुझे खूब सारा दूध पीना पड़ेगा, जिससे कि मेरी ताकत लौट आये।“
edit”हूँ... यह बात👄 तो ठीक है, गाँधी जी! बिन्नी तभी खाती है, जब मैं उसे खिलाता हूँ,“ धनी💰 ने प्यार से बिन्नी का सर सहलाया, ”और स़िर्फ मैं जानता हूँ कि इसे क्या पसन्द है।“
edit”बिल्कुल सही। तो क्या तुम आश्रम में रह कर मेरे लिये बिन्नी की देखभाल करोगे?“ गाँधी जी प्यार से बोले।
edit”जी, गाँधी जी, करूँगा,“ धनी💰 बोला, ”और बिन्नी और मैं, आपका इन्तज़ार करेंगे।“
Chapter 14/16
editChapter 15/16
edit1. मार्च 1930 में महात्मा गाँधी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाये नमक कर के विरोध में दाँडी तक की यात्रा का नेतृत्व किया। गाँधी जी और उनके अनुयायी, गुजरात में 24 दिन🌤️ तक पैदल चले। पूरे रास्ते उनका स्वागत फूलों और गीतों से हुआ। विश्व भर के अखबारों ने यात्रा पर खबरें छापीं।
edit2. दाँडी में गाँधी जी और उनके साथियों ने समुद्र तट से नमक उठाया और उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। उनकी गिरफ़्तारी के बाद असहयोग आन्दोलन शुरू हुआ और पूरे भारत🇮🇳 में लोगों ने स्कूल,🎒🏫🚌 कॉलेज व दफ़्तरों का बायकॉट किया।
edit3. इस यात्रा में गाँधी जी के साथ 78 स्वेच्छा कर्मियों (वालंटियरों) ने भाग लिया। उन्होंने 385 किलोमीटर की दूरी तय की।
edit4. यात्रा 12 मार्च को शुरू होकर 5 अप्रैल, 1930 को समाप्त हुई। सबसे कम उम्र का यात्री 16 वर्ष का था।
Chapter 16/16
Peer-review 🕵🏽♀📖️️️️
Contributions 👩🏽💻
Deleted storybook paragraph in chapter 16 (🤖 auto-generated comment)
Deleted storybook paragraph in chapter 14 (🤖 auto-generated comment)
Deleted storybook paragraph in chapter 12 (🤖 auto-generated comment)
Deleted storybook paragraph in chapter 9 (🤖 auto-generated comment)
Deleted storybook paragraph in chapter 4 (🤖 auto-generated comment)
Deleted storybook paragraph in chapter 2 (🤖 auto-generated comment)
> Storybook cover has half the image missing Replaced the broken cover image: http://hin.elimu.ai/content/multimedia/image/edit/374
Word frequency
Letter frequency
Letter | Frequency |
---|---|
ा | 512 |
े | 367 |
क | 325 |
र | 310 |
ी | 291 |
न | 270 |
ह | 260 |
स | 195 |
त | 188 |
् | 180 |
म | 171 |
ं | 161 |
ब | 156 |
ो | 154 |
ि | 137 |
य | 130 |
ल | 121 |
प | 112 |
ग | 105 |
ँ | 97 |
ज | 91 |
द | 91 |
ै | 88 |
ध | 84 |
ु | 81 |
ू | 64 |
व | 60 |
च | 53 |
थ | 43 |
ख | 40 |
आ | 39 |
उ | 38 |
औ | 30 |
अ | 29 |
भ | 27 |
छ | 25 |
श | 24 |
ड़ | 22 |
ट | 21 |
ड | 19 |
ई | 17 |
इ | 16 |
ठ | 15 |
ए | 13 |
झ | 12 |
ौ | 12 |
ज़ | 12 |
फ | 11 |
- | 10 |
फ़ | 10 |
़ | 9 |
ओ | 6 |
घ | 6 |
5 | 6 |
1 | 5 |
3 | 5 |
4 | |
ढ | 4 |
4 | |
0 | 4 |
2 | 4 |
8 | 3 |
ॉ | 3 |
ऊ | 2 |
| 2 |
4 | 2 |
7 | 2 |
9 | 2 |
ृ | 2 |
ढ़ | 2 |
ऐ | 1 |
6 | 1 |
ष | 1 |
ख़ | 1 |